उत्तराखंड को आम बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। मंगलवार को पेश होने वाले बजट पर हर वर्ग की उम्मीदें टिकीं हुईं हैं। उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों की आचार सहिंता लागू होने की वजह से इस बार के केंद्रीय बजट में राज्य के लिए सीधे तौर पर किसी बड़ी घोषणा की उम्मीद कम है। लेकिन रेल, सड़क और विकास की अन्य परियोजनाओं के लिए बजट आवंटिन की उम्मीद है। पहाड़ी जिले नियमित हवाई सेवा और रेल लाइन के लिए बड़ी घाोषणाओं की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
पिछले दो सालों कोरोना से खत्म हो चुकी टूरिज्म इंडस्ट्री को भी बजट से बड़ी आसाएं हैं। तराई के किसानों का मानना है कि इस बार कई राज्यों में चुनाव को देखते हुए सरकार किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती हैं।
केन्द्र की उड़ान योजना में बड़े सुधार की उम्मीद है। मुख्यमंत्री भी इसकी घोषणा कर चुके हैं कि पहाड़ के सभी जिलों को हवाई सेवा से जोड़ा जाएगा। इसके लिए बजट में बड़ी घोषणा हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो पहाड़ में बदहाल सड़कों, खत्म हो चुकी यातायात व्यवस्था के साथ ही गंभीर मरीजों को राहत देने वाली बात होगी।
बागेश्वर में लंबे समय से रेल के लिए आंदोलन चला रही टनकपुर बागेश्वर रेल निर्माण संघर्ष समिति के नीमा दफौटी कहती हैं बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हल्द्वानी में रेल मार्ग निर्माण में तेजी लाने की घोषणा की थी। इस बजट में रेल मार्ग के लिए मजबूत पहल हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो ये कुमाऊं में विकास के नये द्वार खोलेगा।
कोरोना में सबसे अधिक नुकसान पर्यटन को हुआ है। नैनीताल, रामनगर, कौसानी और रानीखेत में बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए। केंद्रीय बजट में टूरिज्म इंडस्ट्रीज के लिये कोई स्कीम आने की उम्मीद है। तराई के किसान भी आज आने वाले बजट की तरफ देख रहे हैं।
किसानों की आय बढ़ाने के लिये किसान अधारित उद्योगों को प्रोत्साहित कर सकती है। हर बार गन्ना किसानों को हर बार भुगतान लेट दिया जाता है। बजट में गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर कोई बेहतर व्यवस्था आने की उम्मीद है।