राज्यसभा में नागरिकता बिल को लेकर चर्चा जारी, कांग्रेस बोली-सरकार को जल्दीबाजी क्यों

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आनंद शर्मा बोले- टू नेशन थ्योरी कांग्रेस की नहीं, सावरकर ने दी थी

दिल्ली। कांग्रेस से वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि आपने (अमित शाह) इतिहास लिखने का किसी को प्रॉजेक्ट दिया है तो कृपा कर ऐसा न करें। औपचारिक रूस से सावरकर ने घोषणा की थी कि जिन्ना के टू नेशन थिअरी से मुझे कोई आपत्ति नहीं है। यह कांग्रेस ने नहीं दी थी।

सरकार को जल्दीबाजी क्यों, विरोध का कारण राजनैतिक नहींः कांग्रेस
कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन विधेयक का राज्यसभा में भी विरोध किया। आनंद शर्मा ने कहा कि इस विधेयक को पारित करवाने को लेकर सरकार को इतनी जल्दीबाजी क्यों है। इसके विरोध का कारण राजनैतिक नहीं है। नागरिकता का मतलब भूगोल से नहीं बल्कि जन्म से होता है। यह संविधान की नींव पर हमला है। इतिहास से छेड़छाड़ अन्याय होगा। विभाजन की पीड़ा सबको है। कांग्रेस पर विभाजन के आरोप लगाए गए।

किसी भी मुसलमान को चिंता करने की आवश्यकता नहीं
अमित शाह ने कहा कि भारत के किसी भी मुसलमान को इस विधेयक के कारण चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। अगर कोई आपको डराने की कोशिश करे तो घबराएं नहीं। नरेंद्र मोदी सरकार संविधान के अनुसार काम कर रही है, जहां अल्पसंख्यकों को पूरी सुरक्षा मिलेगी।

सरकार असम के अधिकारों की रक्षा करेगीः अमित शाह
1985 में असम समझौता हुआ। राज्य की स्वदेशी संस्कृति की रक्षा के लिए खंड छह में प्रावधान है। मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि खंड छह की निगरानी के लिए समिति के माध्यम से एनडीए सरकार असम के अधिकारों की रक्षा करेगी। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन इस कमेटी का हिस्सा है।

नागरिकता बिल देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं, पूर्वोत्तर के लोग परेशान न होंः अमित शाह
विधेयक को प्रस्तुत करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। इससे पूर्वोत्तर के लोग भी परेशान न हों।

नागरिकता बिल में संशोधन से यातना का जीवन जी रहे लोगों को मदद मिलेगी
गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक को प्रस्तुत करते हुए कहा कि इससे यातना का जीवन जी रहे लोगों को मदद मिलेगी। नागरिकता संशोधन बिल से करोड़ों लोगों को उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। इस बिल के प्रावधान में, लाखों करोड़ों लोग जो नर्क की यातना का जीवन जी रहे हैं, उन्हें नई आशा दिखाने का ये बिल है।

राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पेश, 119 हुआ बहुमत का आंकड़ा
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक को प्रस्तुत कर दिया गया है। चार सांसदों की छुट्टी की वजह से बहुमत का आंकड़ा घटकर 119 पहुंच गया है।

राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा हुआ कम, चार सांसदों की छुट्टी मंजूर
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक को पारित कराने में जुटी सरकार को बड़ी राहत मिली है। राज्यसभा के चार सांसदों की छुट्टी मंजूर हो गई है जिससे बहुमत का आंकड़ा भी कम हो गया है। अब इस विधेयक को पारित कराने के लिए सरकार को 119 सांसदों के समर्थन की जरूरत है।

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