स्काईमेट वेदर का दावा : केरल के तट से टकराया मानसून, पर मौसम विभाग ने नहीं किया आधिकारिक एलान

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मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक 96 से 100 प्रतिशत बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल यह आठ दिन की देरी से आठ जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था। भारत में जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून से बारिश होती है।

नई दिल्ली : निजी एजेंसी स्काईमेट ने दावा किया है मानसून आज शनिवार को ही केरल के तट से टकराया है, जबकि भारतीय मौसम विभाग ने कल पूर्वानुमान में बताया था कि मानसून एक जून को केरल तट से टकराएगा, लेकिन अब दो दिन पहले ही इसकी आने की खबर है। परन्तु अभी, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इसका आधिकारिक तौर पर एलान नहीं किया है।

स्काईमेट वेदर के सीईओ जतिन सिंह ने कहा कि केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन की घोषणा करने के लिए बारिश, आउटवेव लॉन्गवेव रेडिएशन (ओएलआर) मूल्य और हवा की गति जैसी सभी स्थितियों की निगरानी पूरी तरह से की गई है। केरल के तट से मानसून के टकराने के बाद देश में चार महीने की बारिश के मौसम की शुरुआत होती है। देश में जून से सितंबर के बीच 75 फीसदी बारिश होती है।

मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक 96 से 100 प्रतिशत बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल यह आठ दिन की देरी से आठ जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था। भारत में जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून से बारिश होती है।

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