देश का तीसरा हैंगिंग ब्रिज पीएम ने किया राष्ट्र को समर्पित

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  • यह बिना किसी पिलर का 1.4 किलोमीटर लम्बाई का हैंगिंग ब्रिज है 
  • प्रधानमन्त्री ने जनता को समर्पित किया
  • यह देश का यह तीसरा हैंगिंग ब्रिज है और राजस्थान का पहला
  • यह झूलता हुआ ब्रिज 277 करोड़ की लागत से बना है.

कोटा(राजस्थान): यह कोटा राजस्थान का बिना किसी पिलर का 1.4 किलोमीटर लम्बाई का हैंगिंग ब्रिज है जो पिछले नौ साल से बन रहा अपनी तरह का पहला ब्रिज है. इस ब्रिज को प्रधानमन्त्री ने जनता को समर्पित किया.इस ब्रिज को बनाने में आठ देशों के इंजीनियरों की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. वैसे देश का यह तीसरा हैंगिंग ब्रिज है और राजस्थान का पहला. चंबल नदी का यह झूलता हुआ ब्रिज 277 करोड़ की लागत से बना है.

दरअसल चंबल में बड़ी संख्या में घड़ियाल और मगरमच्छ हैं और यह इलाका क्रोकोडाइल सेंचुरी के नाम से जाना जाता है. इसलिए एनवायरमेंट मिनिस्ट्री से इस ब्रिज के लिए क्लीयरेंस नहीं मिल रहा था. इसके बाद केंद्र की यूपीए सरकार ने कोरिया और जापान की मदद से बिना पिलर का ब्रिज बनाने का फैसला किया और 2008 में काम शुरु हुआ.

लेकिन 2009 में यह ब्रिज इंजीनियरों की लापरवाही से गिर गया और 48 लोगों की मौत इसके मलबे के नीचे दबने से हो गई. इसके बाद दोबारा इस ब्रिज को बनाने का काम 2014 में शुरू हुआ. इस ब्रिज का ट्रायल करते हुए कोटा के सांसद ओम बिड़ला ने कहा कि ये हैंगिंग ब्रिज पूर्वी और पश्चिमी भारत के सात राज्यों के राजमार्ग को जोड़ेंगें. ब्रिज के उद्घाटन के बाद कोटा शहर से गुजरने वाले सभी वाहन इस हैंगिंग ब्रिज के गुजरेगें जिससे हादसों में भी कमी आएगी.

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