नई दिल्ली (संवाददाता): धनतेरस और दीपावली से पहले मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर है। आलू और दालों की महंगाई दर में बड़ी गिरावट के साथ खाद्य पदार्थों एवं विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी से सितंबर माह में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर घटकर 2.60 प्रतिशत रह गई है।
थोक महंगाई में लगातार दो माह की तेजी के बाद पहली गिरावट दर्ज की गई है। अगस्त में यह चार महीने के उच्चतम स्तर 3.24 प्रतिशत पर रही थी। इससे पहले जुलाई में यह 1.88 प्रतिशत रही थी। पिछले साल सितंबर में थोक महंगाई दर 1.36 प्रतिशत दर्ज की गई थी। सरकार द्वारा आज यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल सितंबर की तुलना में इस साल सितंबर में खाद्य पदार्थों के दाम 2.04 प्रतिशत की मामूली दर से बढ़े हैं। इस श्रेणी में महंगाई दर कम रहने का मुख्य कारण दालों के दाम एक साल पहले की तुलना में 24.26 प्रतिशत और आलू के 46.52 प्रतिशत घटना रहा है।
गेहूं की कीमतों में 1.71 प्रतिशत और मोटे अनाजों में 0.07 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि एक साल पहले की तुलना में प्याज की कीमतों में 79.78 प्रतिशत और सब्जियों की कीमतों में 15.48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अन्य खाद्य उत्पादों में अंडे, माँस एवं मछलियों के दाम 5.47 प्रतिशत और दूध के 4.09 प्रतिशत बढ़े।