राज्य के टूरिजम कॉर्पोरशन का चेयरमैन रहने के दौरान उन्होंने ‘खु़शबू गुजरात की’ अभियान को मशहूर बनाया। गुजरात को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने का बहुत कुछ श्रेय रुपाणी को ही जाता है। विजय रुपाणी एक समर्पित आरएसएस कार्यकर्ता रहे हैं। वह लो प्रोफाइल रहकर काम करने के लिए जाने जाते हैं। आनंदीबेन के जाने के बाद वह सीएम बने थे।
अहमदाबाद : विजय रूपाणी ही गुजरात के मुख्यमंत्री होंगे, नितिन पटेल उपमुख्यमंत्री होंगे।आज (शुक्रवार को) यह फैसला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक दल की बैठक में लिया गया। रुपाणी का जन्म म्यांमार के रंगून (फिलहाल यंगून) में साल 1956 में हुआ था। उनके पिता का रमणीक लाल है। वह राजकोट में बड़े हुए। यहां उन्होंने स्कूली दिनों में ही आरएसएस जॉइन कर ली। उन्होंने बीए और बाद में एलएलबी की डिग्री हासिल की।
राज्य के टूरिजम कॉर्पोरशन का चेयरमैन रहने के दौरान उन्होंने ‘खु़शबू गुजरात की’ अभियान को मशहूर बनाया। गुजरात को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने का बहुत कुछ श्रेय रुपाणी को ही जाता है। विजय रुपाणी एक समर्पित आरएसएस कार्यकर्ता रहे हैं। वह लो प्रोफाइल रहकर काम करने के लिए जाने जाते हैं। आनंदीबेन के जाने के बाद वह सीएम बने थे।
वह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नजदीकी माने जाते हैं। जैन समुदाय से ताल्लुक रखने वाले रुपाणी को शीर्ष पद देकर बीजेपी आलाकमान ने अल्पसंख्यकों में भी संदेश देने की कोशिश की है। रुपाणी का सौराष्ट्र के इलाके में प्रभाव माना जाता है। राजनीतिक तौर पर यह इलाका बेहद संवेदनशील माना जाता है। इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस से इसी इलाके में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा था।