रुद्रप्रयाग : हिन्दुओं के पाँच शिव मंदिरों के सामूहिक नाम पंचकेदार में शामिल तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में पिछले दस दिनों में 4610 यात्रियों ने दर्शन कर भोले बाबा का आशीर्वाद लिया। यात्रियों की संख्या बढ़ने से पर्यटन एवं तीर्थाटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।
तुंगनाथ मंदिर के प्रबंधक बलवीर सिंह नेगी का मानना है कि अगर पंचकेदार मंदिरों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार एवं बुनियादी सुविधाएं जुटाई जाएं, तो यहां भी लाखों की संख्या में यात्री दर्शन को पहुंच सकते हैं।
जनपद रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ ब्लाक में 3460 मीटर की ऊंचाई पर बसे तुंगनाथ मंदिर पंच केदारों में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थापित है। बीते 26 अप्रैल को तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खोले गए थे। पहले दिन लगभग पांच सौ यात्री दर्शन करने धाम पहुंचे थे।
कपाट खुलने के बाद से यात्री लगातार बाबा तुंगनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। पिछले दस दिनों में अब तक 4610 श्रद्धालु तुंगनाथ मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।
कोरोना काल के बाद पिछले दो वर्षों के मुकाबले इस साल यात्रा की शुरुआत से ही यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। यात्रा से जुड़े व्यापारियों के चेहरों पर भी रौनक दिख रही है।
नेगी ने कहा कि वहीं, केदारनाथ के अलावा पंचकेदार में द्वितीय केदार मध्मेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चतुर्थ केदार रुद्रनाथ और पंचम केदार कल्पेश्वर का भी प्रचार प्रसार करने के साथ ही बुनियादी सुविधाएं बहाल की जाएं, तो यहां भी यात्रियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो सकता है।
तुंगनाथ मंदिर के प्रबंधक ने कहा कि शासन-प्रशासन के साथ ही बदरी-केदार मंदिर समिति का पूरा ध्यान मात्र चारधाम यात्रा पर ही केंद्रित है। अन्य धामों में बेहतर सुविधाएं दी जाएं, तो इन धामों में भी यात्रियों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। जिससे यहां के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मुहैया हो सकेंगे।
नेगी ने बताया कि तुंगनाथ मंदिर में अब तक 4610 यात्री दर्शन कर चुके हैं। बदरीनाथ धाम के दर्शन को जा रहे यात्री तुंगनाथ के दर्शन को भी पहुंच रहे हैं। मंदिर में यात्रियों को बेहतर तरीके से दर्शन कराए जा रहे हैं।