एमबीए-बीटेक वाले भी खेतीबाड़ी में इच्छुक, पोर्टल में करा रहे रजिस्ट्रेशन

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देहरादून। लॉकडाउन के चलते होटल, मैनेजमेंट व अन्य कंपनियों से रोजगार गंवाकर अनेकों प्रवासी युवा अपने घर लौट चुके हैं। रोजगार गंवाने के बाद अब वे फिलहाल दोबारा बाहर जाना नहीं चाहते। अब ये अपने घर के आस-पास ही जीविका तलाशकर परिवार के साथ रहना चाहते हैं।

इनमें सर्वाधिक युवाओं ने खेतीबाड़ी में इच्छा जताई है। ताज्जुब की बात यह कि इनमें कई एमबीए, बीटेक डिग्री वाले भी शामिल हैं। सेवायोजन विभाग की ओर से प्रवासियों का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। इनमें देहरादून जिले की बात करें तो अभी कुल 3915 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।

इनमें सर्वाधिक 363 बेरोजगार युवाओं ने कृषि क्षेत्र में अवसर देने की इच्छा जाहिर की है। दूसरे नंबर पर युवाओं ने पर्यटन क्षेत्र को चुना। इसका मुख्य कारण यह भी माना जा सकता है कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने इसमें सुरक्षित भविष्य माना है।

ये हैं क्षेत्रवार रजिस्ट्रेशन
कृषि- 363, पर्यटन- 336, आईटी – 195, निर्माण  –  185, प्रबंधन- 188, प्लंबर, कुक व अन्य कार्य – 136, इलेक्ट्रॉनिक एवं हार्डवेयर- 106 , हेल्थ केयर- 81, रिटेल- 60 ,अन्य- 2266, कुल- 3916

पढ़े-लिखे भी खेतीबाड़ी को मजबूर

हैरानी की बात कि खेतीबाड़ी को इच्छुक युवाओं में अधिकांश पोस्ट ग्रेजुएट व ग्रेजुएट हैं। कई युवाओं ने एमबीए, बीबीए, बीटेक जैसे प्रोफेशनल कोर्स भी किए हैं। सेवायोजन कार्यालय की हेल्प डेस्क के कर्मियों के अनुसार इनमें अधिकांश होटल, प्राइवेट कंपनी से रहे हैं। रजिस्ट्रेशन कराने वालों में अधिकांश दिल्ली, गुड़गांव, मोहाली, चंडीगढ़, सूरत, अहमदाबाद जैसे महानगरों में नौकरी करते थे।

स्किल निखारकर रोजगार से जोड़ने का प्रयास

क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी (गढ़वाल मंडल) ममता नेगी चैहान ने बताया कि प्रदेश सरकार होप पोर्टल में प्रदेश में लौटे प्रवासी युवाओं का रजिस्ट्रेशन करा रही है। इसमें बेरोजगार युवाओं में क्या हुनर है और वह किस क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहते हैं। ये सब जानकारी ली जा रही है। इसके बाद युवाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग देकर रोजगार मुहैया कराने की योजना है। प्रदेश सरकार सभी को रोजगार मुहैया कराएगी।

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