देहरादून। राज्य में टीकाकरण 2.0 शुरू हो चुका है। जिन स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की पहली डोज ली थी, उन्हें अब दूसरी डोज दी जा रही है। नियमानुसार पहला टीका लगने के 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जानी है।
राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन लगाने का कार्य 16 जनवरी से शुरू हुआ। प्रथम चरण में 102812 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाना था, जिनमें 76 फीसद का ही टीकाकरण अभी हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, स्वास्थ्य कर्मियों में दस फीसद लोग ऐसे हैं, जिन्हें किसी बीमारी, गर्भावस्था और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के चलते टीका नहीं लगाया गया है। वहीं पांच फीसद ऐसे हैं, जिन्होंने टीका लगवाने में रुचि नहीं दिखाई। बाकी स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण 25 फरवरी तक किया जाना है।
इधर, द्वितीय चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण भी आठ फरवरी से शुरू कर दिया गया है। जिसके तहत अभी तक 85421 कर्मियों का डाटा कोविन पोर्टल पर अपलोड हो चुका है। डाटा आगामी 17 फरवरी तक अपलोड होना है। फ्रंटलाइन वर्कर्स में 44 फीसद फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मार्तोलिया ने बताया कि केंद्र के निर्देशानुसार स्वास्थ्य कर्मियों का दूसरे दौर का टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। शुरुआत में राज्य के दो केंद्रों पर कुछ स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया गया। सोमवार से सभी जिलों में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी।
1470 का किया गया टीकाकरण
राज्य में रविवार को कुल 1470 स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया। इनमें 47 स्वास्थ्य कर्मी, जबकि 1423 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। राज्य में अभी तक कुल एक लाख, 15 हजार, 648 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है।