देहरादून। देहरादून के प्रतिष्ठित द दून स्कूल के छात्रों ने अमेरिकी स्पेस एजेंसी नेशनल एयरोनोटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) की ऑनलाइन प्रतियोगिता जीतने में कामयाबी हासिल की है। छात्रों ने पृथ्वी से मंगल तक की यात्रा के लिए लग्जरी अंतरिक्ष यान का मॉडल तैयार किया। छात्रों ने पहली बार बड़ी सफलता हासिल की है।
स्कूल के 10 छात्रों सोहम अग्रवाल, अर्णव प्रताप चौधरी, मयंक अग्रवाल, हर्षवर्धन मस्कारा, श्रीवर कनुडिया, युवराज सारदा, स्पर्श गांधी, रोहन तनेजा, केशव बगरोदिया और स्वानिक गर्ग ने कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा, यूएसए नेशनल स्पेस सोसाइटी की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष निपटान डिजाइन प्रतियोगिता के 28वें सत्र में हिस्सा लिया।
स्कूलों की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के माध्यम से अंतरिक्ष में मानवीय यात्रा के लिए मॉडल तैयार किया जाता है। फाइनल में स्कूल ने वल्चर एविएशन कंपनी बनाई। इसमें अमेरिका, यूके, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, उरुग्वे और फिलीस्तीन की टीम भी शामिल रही।
कंपनी में मयंक अग्रवाल को स्ट्रक्चरल डिजाइन निदेशक, अर्नव प्रताप चौधरी को ऑटोमेशन एंड सर्विसेज का निदेशक, युवराज सारदा को मानव कारकों का निदेशक और स्वानिक गर्ग को सिस्टम इंजीनियर की जिम्मेदारी सौंपी गई। 31 जुलाई से दो अगस्त तक दिन-रात काम कर उन्होंने अपना मॉडल तैयार किया। उन्होंने पृथ्वी से मंगल के बीच यात्रा के लिए लग्जरी अंतिरक्ष लाइनर कैसंड्रास, एस्टोरिया और ब्रैडबरीम का निर्माण किया, जिसके लिए उन्हें विजेता घोषित किया।