ब्रिटिषकाल के समय से मसूरी अपने अप्रतिम प्राकृतिक आवो-हवा और नैसर्गिक प्राकृतिक सुन्दरता से देश तथा विदेश के नागरिकों/पर्यटकों को आकर्षित करती रही है। शायद यही कारण है कि ब्रिटिश काल के दौरान ही मसूरी तक रेल लाईन पहुंचाने के प्रयास प्रारम्भ हो चुके थे। जिसके अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं परंतु आजादी के बाद दुर्भाग्यवश इसे उपेक्षा का दंश क्षेलना पड़ा है। मेरा अनुमान है कि थोडे़ से प्रयासों से मसूरी तक रेल यातायात को विकसित किया जा सकता है। उत्तराखण्ड के पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के इसी प्रकार के पर्वतीय नगर शिमला में आज भी पर्यटक रेल यातायात का आनन्द लेते हैं। शिमला की यह रेल पर्यटकों के आकर्षण का एक प्रमुख केन्द्र भी बनी हुई है। अतः राज्य के इस ख्यातिप्राप्त पर्यटक स्थल को रेल यातायात से जोड़े जाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का कष्ट करें। यह स्वीकृति उत्तराखण्ड राज्य में पर्यटन विकास संभावनाओं एवं तद्जनित रोजगार अवसरों को बढ़ाने हेतु ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
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