दुविधा में रेलवे, शाही स्नानों पर ट्रेनों के संचालन पर मांगी रिपोर्ट

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कोविड के मद्देनजर उत्तराखंड के प्रमुख सचिव ने 28 जनवरी को रेलवे के चेयरमैन से 12 और 14 अप्रैल के शाही स्नान पर हरिद्वार और मेला क्षेत्र में कोई ट्रेन न चलाए जाने के लिए पत्र भेजा था। दोनों ही शाही स्नान का समय नजदीक आ रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से कोई रिमाइंडर नहीं भेजा गया है। लिहाजा मुरादाबाद मंडल के एडीआरएम इंफ्राट्रक्चर ने मेलाधिकारी को पत्र भेजकर ट्रेनों के संचालन को लेकर जानकारी मांगी है।

मुख्य सचिव ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को सुझाव भरा पत्र भेजा था। पत्र में अप्रैल 12 और 14 अप्रैल के शाही स्नानों का जिक्र है। मुख्य सचिव ने लिखा था कि दोनों ही स्नानों पर अत्यधिक भीड़ उमड़ने की आशंका है। इससे कोविड का खतरा भी मंडराएगा। लिहाजा, दोनों स्नान के दिन हरिद्वार एवं मेला क्षेत्र के लिए ट्रेनों का संचालन न किया जाए। मुरादाबाद मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक इंफ्राट्रक्चर एनएन सिंह ने कुंभ मेलाधिकारी को पत्र भेजकर जानकारी मांगी है।

इसमें कहा गया है कि प्री कोविड काल में 22 जोड़ी ट्रेनें चलती थीं। जो अब 18 रह गई हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रही सभी ट्रेनों को शाही स्नान के दिनों में संचालित की जाएं या नहीं, वस्तुस्थिति के अनुसार जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से 28 जनवरी को भेजे गए पत्र के संबंध में कोई रिमाइंडर नहीं भेजा गया है। जिससे रेलवे प्रशासन ट्रेनों के संचालन को लेकर दुविधा में है।

कुंभ मेलाधिकारी को पत्र लिखा गया है। सरकार की ओर से 28 जनवरी को पत्र भेजा गया था, लेकिन उसके बाद कोई रिमाइंडर नहीं है। ऐसे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। मेलाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर रेलवे अपनी तैयारियां कर सकेगा।
-एनएन सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक इंफ्राट्रक्चर, मुरादाबाद मंडल

देश के कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर तेज होने से कुंभ मेला प्रशासन भी अलर्ट हो गया। सोमवार को अपर मेला अधिकारी रामजी शरण शर्मा की अध्यक्षता में मेला नियंत्रण भवन में कुंभ अधिकारियों, व्यापारियों, धर्मशाला, होटल एवं रेस्त्रां संचालकों और टैक्सी चालकों के साथ कोविड से बचाव के बीच शाही स्नानों को लेकर मंथन हुआ। सेक्टर मजिस्ट्रेटों को अपने क्षेत्र में एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) का पालन कराने के निर्देश दिए।

अपर मेलाधिकारी ने पदाधिकारियों से 11 मार्च के महाशिवरात्रि स्नान पर्व के अनुभव पूछे और आगामी पर्वों को लेकर सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि कोविड के खतरे के बीच कुंभ के शाही स्नान होंगे। लिहाजा कोविड से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि होटल, रेस्त्रां, धर्मशाला, गेस्ट हाउस और टैक्सी चालक, टूर एंड ट्रैवलर्स अपने यहां कोविड एप्रोप्रिएट विहैवियर (एसओपी) का पूरा पालन कराएंगे। व्यावसायिक संस्थानों में कहीं भी किसी श्रद्धालु में कोराना से संबंधित लक्षण दिखते हैं तो सूचना तत्काल संबंधित विभाग को दी जाए।

अपर मेलाधिकारी ने संगठनों के पदाधिकारियों से कहा कि अपने-अपने यहां के फ्रंट लाइन वर्कर्स का कोविड से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कराएं। सभी अस्पतालों में वैक्सीनेशन की पर्याप्त व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र की धर्मशालाओं, होटलों में प्रत्येक दिन निरीक्षण करेंगे। कोविड-19 के नियमों का पूरा पालन कराना सुनिश्चित कराएंगे। पालन नहीं होने पर चालान करेंगे।

 

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