चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं में जुटी सरकार

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देहरादून। संवाददाता। चुनाव आयोग से मोहलत मिलने के बाद अब सरकार चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुट चुकी है। सात मई से शुरू होने जा रही चार धाम यात्रा की तैयारियंा एक सप्ताह में कैसे पूरी की जा सकती है? सरकार के सामने समय की कमी सबसे बड़ी चुनौती है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा आज विधानसभा में बुलाई गयी समीक्षा बैठक में अधिकारियों से अब तक किये गये कामों और तैयारियों की फीड बैक लिया गया तथा उन्हे पेयजल, स्वास्थ्य एंव दूर संचार सेवाओं को प्राथमिकता के तौर पर दुरस्त करने के निर्देश दिये गये।

यहंा यह भी उल्लेखनीय है कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण इस साल चार धाम यात्रा की तैयारियों में विलम्ब हुआ है। वहीं मौसम की मार भी यात्रा तैयारियों पर पड़ी है। राज्य के चारों धामों में इस साल रिकार्ड बर्फबारी हुई है जिसके कारण अभी तक मार्गो से बर्फ नहीं हटाई जा सकी है। वर्षा और बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हुए अस्थायी आवासों तथा पूलों को नुकसान पहुंचा तथा बिजली आपूर्ति व पेयजल लाइनें भी प्रभावित हुई है। अभी इन सभी धामों में बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है जिसके कारण तैयारियंा प्रभावित हो रही है।

जहंा तक स्थलीय निर्माण कार्यो व तैयारियों की बात है उसमें पेयजल लाइनों की मरम्मत, शौचालयों के निर्माण व सड़कों के सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जाना हैै। लेकिन इतने कम समय में बिजली, पानी, आवास खाघ व चिकित्सा जरूरतों को पूरा किया जाना एक बड़ी चुनौती है। यही नहीं अब तक केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं के टेंडर तक नहीं हो सके है और मामला हाईकोर्ट मेें अटका पड़ा है जिस पर कल सुनवाई होनी है। केदारधाम पैदल मार्ग पर अभी भारी बर्फ जमा है। जिसे हटाये जाने का काम चल रहा है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सात मई से पहले बर्फ हटाने का काम पूरा हो जायेगा। लेकिन हर यात्री के बस की बात नहीं है कि वह पैदल धाम तक पहुंच सके। अभी कई किलोेमीटर मार्ग पर 78 फीट तक बर्पफ जमा है जबकि हवाई सेवाएं भी समय पर शुरू होती नहीं दिख रही है। ऐसे में यात्रियों की समस्यायें बढ़ना स्वाभाविक है। सरकार की योजना तो थी वैकल्पिक मार्ग खोजने व बनाने की लेकिन मुख्य मार्गो को खोल पाना भी अब शासनकृप्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा आज इस समीक्षा बैठक में निर्देश दिये गये है कि वह सात मई से पहले सुनिश्चित करे कि यात्रियों को आवागमन मे कोई परेशानी न हो। उन्होने कहा कि जो काम यात्रा शुरू होने के बाद भी किये जा सकते है उन्हे जारी रखा जाये।

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