यमुना में अमोनिया के स्तर में इजाफा, तीनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद

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यमुना (फाइल फोटो)

दिल्ली। हरियाणा की औद्योगिक इकाईयों से यमुना में प्रदूषित पानी छोड़ने के बाद अमोनिया की मात्रा में अचानक हुई बढ़ोतरी के बाद दिल्ली जल बोर्ड ने तीनों जल उपचार संयंत्रों को बंद कर दिया है। हालांकि बीते 24 घंटे में हालात में सुधार का दावा दिल्ली जल बोर्ड ने किया है। बोर्ड के उपाध्यक्ष के मुताबिक मंगलवार शाम तक हालात में और सुधार के बाद जलापूर्ति सामान्य होने की उम्मीद है।

हरियाणा के सोनीपत और पानीपत स्थित औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले वाले रासायनों को यमुना और आसपास के नहरों में छोड़ दिए जाने से पानी में अमोनिया की मात्रा (3.2 एमजीएल) दर्ज की गई। सामान्य तौर पर पानी में अमोनिया की मात्रा अगर 1.2 एमजीएल हो तो प्लांट से पानी के उपचार के बाद आपूर्ति के लिए माकूल बनाया जाता है। यमुना में फिलहाल अमोनिया की मात्रा 3.2 एमजीएल तक पहुंच गया। इस वजह से नहरों से होने वाली जलापूर्ति भी पहले से काफी कम हो गई है।

दिल्ली जल बोर्ड ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल हरियाणा सरकार से बातचीत की ताकि हालात को जल्द से जल्द सामान्य कर पहले की तरह जलापूर्ति की जा सके। इसके बाद हरियाणा में यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है ताकि अमोनिया के स्तर में कमी आए। फिलहाल यमुना में अमोनिया की मात्रा घटकर 1.6 एमजीएल हो गई है। धीरे-धीरे अमोनिया की मात्रा में और कमी होने के बाद मंगलवार शाम तक जलापूर्ति सामान्य होने की उम्मीद जताई गई है।

हालांकि बोर्ड के मुताबिक स्थिति में पूरी तरह सुधार होने तक उत्तर पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, मध्य दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, दिल्ली कैंट के अलावा एनडीएमसी क्षेत्र में कुछ जगहों पर कम दबाव पर जलापूर्ति होगी।

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने बताया कि सामान्य तौर पर पानी में अगर अमोनिया का स्तर 1.2 एमजीएल हो तो इसे प्लांट में उपचार के बाद पीने लायक बनाने के बाद जलापूर्ति की जाती है। अगले 24 घंटे में हालात सामान्य हो जाएगा, इसके लिए अधिकारी और कर्मी लगातार हालात पर नजर रख रहे हैं।

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