एनएच घोटाले की जांच करने वाले आईएएस को जान का खतरा

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देहरादून। संवाददाता। राष्ट्रीय राजमार्ग 74 के चैड़ीकरण घोटाले की जांच करने वाले आइएएस अधिकारी और शासन में सचिव डी सेंथिल पांडियन ने खुद व परिवार को खतरे की आशंका जताई है। उन्होंने कार्मिक विभाग को पत्र लिखकर अपने और परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया है।

कार्मिक विभाग की ओर से इस पर गृह विभाग को पत्र भेजकर सचिव व उनके परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा गया है। हालांकि, प्रमुख सचिव गृह आनंद वर्द्धन ने फिलहाल इस प्रकार के किसी पत्र के मिलने से इन्कार किया।

सचिव डी सेंथिल पांडियन ने इसी वर्ष एनएच 74 चैड़ीकरण के लिए ली गई भूमि के मुआवजे घोटाले का पर्दाफाश किया था। इस मामले में अभी तक सात पीसीएस अधिकारी निलंबित चल रहे हैं। इसके अलावा निचले स्तर पर भी कई कर्मचारियों पर गाज गिरी है। एक एसडीएम का पेशकार भी गिरफ्तार हो चुका है।

पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स इसकी जांच कर रही है। इस मामले की सीबीआइ जांच की संस्तुति करने के कुछ दिन बार सरकार ने डी सेंथिल पांडियन को आयुक्त कुमाऊं के पदभार से मुक्त करते हुए शासन में सचिव का दायित्व सौंपा था। जांच आगे बढने के साथ ही इसमें लिप्त लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

इस बीच सचिव डी सेंथिल पांडियन ने कार्मिक विभाग को पत्र लिखकर अपने व परिवार पर खतरे की आशंका जताई है। सूत्रों की मानें तो पत्र में यह बात कही गई है कि एनएच-74 घोटाला सामने आने के बाद कुछ लोग उन्हें व उनके परिवार को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकते हैं। उनके इस पत्र के बाद शासन भी हरकत में आया है।सूत्रों की मानें तो कार्मिक विभाग ने गृह विभाग को पत्र लिखकर सचिव डी सेंथिल पांडियन को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है। इस संबंध में संपर्क करने पर सचिव डी सेंथिल पांडियन ने किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की।

 

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