सरकारी शिशु निकेतन की दास्तां-ए-दर्द : मंत्री से बोली पीड़ित बच्ची-‘मैं जली नहीं, मुझे जलाया गया’ घटना से आहत मंत्री ने कहा-ऐसा लग रहा जैसे मानवता और इंसानियत खत्म हो गयी है। 

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  • निकेतन की बुरी दशा देख आहत हुए मंत्री ने कहा कि ऐसा लग रहा जैसे मानवता और इंसानियत खत्म हो गयी है।
  • बच्ची ने बताया कि उसने कपड़ों पर शौच कर दी थी। इससे गुस्साए अजय ने गीजर का गर्म पानी उसके ऊपर गिरा दिया। इससे वह झुलस गई।

देहरादून (संवाददाता) : देहरादून के सरकारी शिशु निकेतन में बच्चों पर हो रहे जुल्म की हकीकत खुद समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य के सामने आ गई। जब मंत्री यशपाल आर्य ने शिशु निकेतन का औचक निरीक्षण किया तो वह वहां की दशा देखकर बहुत आहत हुए।

उन्होंने जब बच्चों से बात की तो वहां के कर्मचारियों के उत्पीड़न का शिकार बच्चों ने अपनी दर्द की दास्तां एक-एक कर बयां की। खासकर उसी बच्ची जो वहां के जुल्म का सबसे बड़ा शिकार हुई थी। पीड़ित बच्ची ने मंत्री को बताया कि वह जली नहीं है उसे गर्म पानी से जलाया गया। कहा कि उसका नाम अजय है जिसने उसपर गीजर का खोलता पानी गिराया। बच्ची ने बताया कि उसने कपड़ों पर शौच कर दी थी। इससे गुस्साए अजय ने गीजर का गर्म पानी उसके ऊपर गिरा दिया। इससे वह झुलस गई। निकेतन की बुरी दशा देख आहत हुए मंत्री ने कहा कि ऐसा लग रहा जैसे मानवता और इंसानियत खत्म हो गयी है।

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