सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन लोग गिरफ्तार; एजेंट के जरिये ढाई लाख लेकर कराते थे भर्ती। 

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पिथौरागढ़ (संवाददाता) : पुलिस ने सेना में भर्ती कराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वह एक एजेंट के जरिये अभ्यर्थियों की भर्ती सेना में कराते थे, उसकी एवज में वह प्रति अभ्यर्थी ढाई लाख रुपये लेते थे, जिसमें से 20 हजार रुपये प्रति अभ्यर्थी उन्हें कमीशन मिलता था। आरोपियों ने हाल के वर्षों में कई अभ्यर्थियों को भर्ती कराने का दावा भी किया। पिथौरागढ़ के  पुलिस अधीक्षक अजय जोशी ने बताया कि पूरे मामले से सेना के अधिकारियों को अवगत कराकर जांच में सहयोग मांगा गया है।

वर्तमान में कुमाऊं क्षेत्र में सिपाही जीडी, ट्रेडमैन की खुली भर्ती चल रही है। पुलिस को सूचना मिली थी कि भर्ती में युवाओं से पैसे लिए जा रहे हैं। शनिवार को एक अभ्यर्थी लवराज सिंह और उसके पांच साथियों ने कोतवाली में रवींद्र सिंह पुत्र गगन सिंह धामी निवासी रांथी, धारचूला हाल निवासी जगदंबा कालोनी पिथौरागढ़ के खिलाफ तहरीर दी। इसमें बताया कि बीते दिनों हल्द्वानी में हुई शारीरिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा रविवार से प्रारंभ हो चुकी है। इसके लिए कुछ लोग झांसा देकर अभ्यर्थियों से मूल प्रमाण पत्र जमा करा रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि चयन के बाद प्रत्येक अभ्यर्थी ढाई लाख रुपये देकर प्रमाण पत्र वापस ले सकता है।

एसपी अजय जोशी ने इसके लिए एक टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने रवींद्र व उसके भाई मनीष धामी को सात अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया। अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग अभ्यर्थियों से डील करने के बाद एक टेंट हाउस के मालिक कैलाश सिंह साह निवासी बड़ालू (पिथौरागढ़) से मिलाते थे। इस सूचना पर पुलिस ने कैलाश साह को भी पकड़ लिया। पुलिस ने इस दौरान एक डायरी भी बरामद की। डायरी में अभ्यर्थियों का विवरण अंकित था।

कोतवाली में पूछताछ में कैलाश ने बताया कि पिछले वर्ष उसकी मुलाकात भर्ती कार्यालय के निकट राजेश नामक व्यक्ति के साथ हुई थी। जिसने स्वयं को आर्मी का बता कर उससे मेलजोल बढ़ाया और अभ्यर्थियों को ढूंढकर उनसे ढाई लाख रुपये में बात करने को कहा था। इसमें उसको प्रति अभ्यर्थी बीस हजार रुपये कमीशन मिलता था। कैलाश ने बताया कि पिछले वर्ष छह अभ्यर्थियों को भर्ती कराने के एवज में उसे एक लाख बीस हजार रुपये मिले थे। पुलिस पकड़े गए लोगों के खिलाफ जालसाजी व षडयंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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