सुलझी डबल मर्डर की मिस्ट्री, एकतरफा प्यार में पागल आशिक ने की थी हत्या

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रुद्रपुर। विवाहित महिला से एकतरफा प्यार में पड़े आरोपित ने धारदार हथियार से महिला और उसके पति को घर में घुसकर मार डाला था। पुलिस ने उसे रामपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सुभाष कॉलोनी, ट्रांजिट कैंप रुद्रपुर निवासी रूपाली ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी बहन सोनाली और सोनाली के पति संजय दो बच्चों के साथ शिवनगर में मां गौरी मंडल के घर में रहते थे।

तीन अगस्त को तड़के उनके घर के सामने रहने वाले किराएदार जगदीश उर्फ राजकमल पुत्र प्रह्लाद ने घर में घुसकर सोनाली और संजय की हत्या कर दी। शोर सुनकर पहुंची मां गौरी मंडल को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया था। घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अनावा थाना पुवायां, जिला शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश निवासी जगदीश उर्फ राजकमल के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी।

10 साल से महिला को जानता था आरोपित
एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि जगदीश ने हत्या की वारदात को स्वीकार करते हुए बताया कि एकतरफा प्रेम के चलते उसने घटना को अंजाम दिया। वारदात करने के बाद वह हल्द्वानी, मुरादाबाद, रामपुर में छिपता रहा। हत्यारोपित ने बताया कि कई बार उसने सोनाली को मनाने का प्रयास किया लेकिन कभी बात नहीं बनी। रुद्रपुर शिवनगर में दोहरे हत्याकांड का आरोपित जगदीश उर्फ राजकमल 10 वर्ष से सोनाली को जानता था।

बीच में वह दिल्ली में लोहे का काम करने लगा और जब लॉकडाउन लगा तो वापस रुद्रपुर आ गया। उसने सोनाली से प्यार का इजहार भी किया लेकिन अस्वीकार करने उसने सोनाली ही नहीं उसके पति संजय की भी निर्मम तरीके से गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद फरार हो गया और छह दिन तक खून से सने कपड़े में ही छिपता रहा।

एकतरफा प्यार में सनकी हो गया था राजकमल
ग्राम अनावा थाना पुवाया, जिला शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश निवासी जगदीश उर्फ राजकमल एकतरफा प्यार में पड़कर सनकी हो गया था। वह घर-परिवार से कोई मतलब नहीं रखता था। पिछले चार वर्ष से घर भी नहीं गया था। 2013 में उसने सोनाली के घर के ठीक सामने वाले मकान में कमरा किराए पर लिया था। किराएदार होने के नाते सोनाली से कभी कभार सामान्य बातचीत होती रहती थी। इसी बीच वह एकतरफा प्रेम में पड़ गया। कुछ वर्षों के बाद एक कंपनी में काम मिलने पर दिल्ली चला गया। करीब तीन वर्ष तक काम करने के बाद कोविड के समय लॉकडाउन के दौरान वापस घर न जाकर रुद्रपुर आ गया और यहीं कभी रैन बसेरे में तो कभी मंदिर में रहने लगा।

सोनाली को भेजा था गिफ्ट
दिन में मजदूरी करता और रात में खाकर कहीं भी सो जाता था। दरअसल जब वह दिल्ली से वापस आया तो सोनाली के घर के आसपास उसे कमरा नहीं मिल सका था। करीब तीन माह पूर्व उसने एक गुलदस्ता और मोबाइल फोन सोनाली के लिए उसके घर भेजा था। जिसे लेकर संजय और सोनाली के बीच नोकझोंक भी हुई। करीब डेढ़ माह पहले संजय से भी उसकी कहासुनी हुई थी।

जंजीर काटकर घर में घुसा
आखिरकार दो अगस्त की देर रात घर के गेट में लगी जंजीर को काटकर सोनाली के घर में प्रवेश कर लिया और धारदार हथियार (कापा) से पहले संजय के सिर, गले और पेट पर वार कर हत्या कर दी। इसके बाद सोनाली पर भी ताबड़तोड़ वार कर मार डाला। बीच बचाव में आई सोनाली की मां गौरी मंडल को घायल कर सिडकुल ढाल होते अशोक लीलैंड कंपनी तक पहुंचा। छिपने का प्रयास किया। जहां से किसी से लिफ्ट लेकर हल्द्वानी गया। एक एटीएम से पैसे निकालने के बाद अंबाला भागने की फिराक में था। इस दौरान रामपुर, मुरादाबाद, हल्द्वानी कई स्थानों पर छिपने का प्रयास करता रहा।

पूरी प्लानिंग से की थी हत्या
सोनाली से प्रेम का इजहार करने के बाद असफल रहने और सोनाली के किसी भी बात का जवाब न देने से वह बौखला गया था। पूरी प्लानिंग के साथ उसने पहले कापा खरीदा। फिर रेकी करता रहा। जब उसे मौका मिला तो दोनों की हत्या कर दी। हत्या में प्रयुक्त हथियार जंगल में फेंक दिया।

इधर, दोहरे हत्याकांड ने ऊधमसिंह नगर पुलिस को हिला दिया था। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आठ टीमें गठित की। जिसमें एसएसपी, सीओ निरीक्षक, उप निरीक्षक सहित कुल 45 लोगों को शामिल किया गया था। सर्विलांस, इंटरनेट मीडिया का भी सहारा लिया गया।

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