भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने संविधान दिवस पर आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया उन्हें नमन

0
430

देहरादून। भाजपा अंबेडकर नगर मंडल की ओर से बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के भारत के संविधान निर्माण 26 नवंबर 1950 के दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमे कार्यकर्त्ताओं ने घंटाघर स्थित आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

मंडल अध्यक्ष विशाल गुप्ता ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक खजान दास ने और महापौर सुनील उनियाल गामा ने घंटाघर स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही नगर निगम के पर्यावरण मित्र रीता देवी को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

विधायक खजान दास और महापौर गामा ने कहा कि आज के दिन देशवासियों को अपना संविधान मिला था। संविधान का आदर और इसके गौरवशाली प्रावधानों का गंभीरता से पालन करना सभी नागरिकों का परम कर्तव्य है। भारत के लोकतंत्र को बचाने और उसके मर्यादा को कायम रखने के लिए बाबा भीमराव आंबेडकर ने समावेशी समाज का उदाहरण प्रस्तुत किया, जो आज का भारत उसी मार्ग पर चल रहा है। हम सब बाबा साहब के किए गए कार्यों से प्रेरणा लेकर समाज में अंत्योदय की अवधारणा को प्रस्तुत कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में उपस्थित महामंत्री विपिन खंडूड़ी, वार्ड अध्यक्ष लव अग्रवाल, मनोज जोशी, राजेश चैरसिया, सुभाष चंद्रा, उपाध्यक्ष अनूप गोयल, सत्यम शर्मा, नंदी आर्य, कमला रावत, निखिल केश्वर, पार्षद मनोज जाटव, विशाल कुमार, विमला गॉड, रईस अंसारी, मोर्चा कार्यकर्ता ऋषभ, गिरिशानंद पवन त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

ऋषिकेश में उत्तराखंड दलित शोषित विकास मंच ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की खंडित मूर्ति को तीन माह बाद भी ना बदले जाने से नाराज उत्तराखंड दलित शोषित विकास मंच ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। गुरुवार को दलित शोषित विकास मंच से जुड़े कार्यकर्ताओं ने ऋषिकेश तहसील में तहसीलदार अभिनव साहब को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। मंच के प्रदेश अध्यक्ष जयपाल जाटव ने अवगत कराया कि रेलवे रोड स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर चैक पर बाबा साहेब की तीन माह से खंडित प्रतिमा खड़ी है, जिससे बाबा साहेब के अनुयायियों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि इस मूर्ति को बदलने की जिम्मेदारी नगर निगम ऋषिकेश की थी।

खंडित प्रतिमा हटाकर नई प्रतिमा लगाने के लिए नगर आयुक्त ऋषिकेश को कई बार ज्ञापन प्रेषित कर चुके हैं। धरना प्रदर्शन भी किया गया, मगर प्रतिमा नहीं बदली गई। मंच ने ज्ञापन में कहा कि अगर अतिशीघ्र बाबा साहेब की ठंडी प्रतिमा नहीं बदली तो हम मजबूर होकर अनिश्चितकाल के लिए धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में पूर्व सभासद सुनील गोस्वामी, जतिन जाटव, पंकज जाटव, बनवारी, सुलेख चंद, कुनकुन साहनी, सरल साहनी, राधे जाटव, रमेश राम आदि उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY