मृतकों के परिजनों को दस लाख रूपये मुआवजा दिए जाने की मांग

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देहरादून। संवाददाता। राजधानी दून के पथरियापीर इलाके में हुए जहरीली शराब कांड के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार को जिम्मेवार बताते हुए पीड़ितों को 10-10 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की है।

पीड़ित परिवारों से मिलने पथरियापीर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन सभी परिवारों से मिलकर स्थिति का जायजा लिया। जिनके अपने इस शराब कांड का शिकार हुए है। जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने साफ तौर पर कहा कि यह घटना सरकार की लापरवाही के कारण हुई है। तथा इन निर्दोष लोगों की मौत के लिए सरकार जिम्मेवार है। उन्होने कहा कि वह सरकार से अपील करते है कि इस तरह की घटनाओं की पुर्नरावृत्ति को किसी भी कीमत पर रोका जाना चाहिए।

उन्होने सरकार की तरफ से दिये जाने वाले दो लाख रूपये के जुर्माने को नाकाफी बताते हुए पीड़ित परिवारों को दस दस लाख रूपये का मुआवजा देने की मांग की है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार की नाक के नीचे उनके अपने ही लोग अवैध शराब का धंधा करते रहे। लेकिन सरकार आंख बंद कर बैठी रही। यह हैरत की बात है। इस अवसर पर लोगों ने बताया कि उन्होने कई बार इसकी शिकायतें की थी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ित परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है सरकार को इन्हे दस दस लाख मुआवजा देना चाहिए। कुछ पीड़ित परिवारों द्वारा उनसे घर के एक सदस्य को नौकरी दिलाने की भी मांग की गयी। हरीश रावत के साथ कई अन्य पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद थे। उन्होने इस बाबत सीएम से बात करने व हर संभव मदद का भरोसा भी पीड़ित परिवारों को दिया।

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