बिना इलाज अस्पताल में तड़पकर घायल की मौत

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ऊधमसिंह नगर। संवाददाता। होनी को कौन टाल सकता है। जब काल ढ़ूढ़ता है तो बहाने लेकर साथ आता है। ऐसा ही कुछ हुआ इन दो युवकों के साथ जो दो अलग-अलग ेेबाइकों पर सवार होकर खटोला गांव तिराहे पर गड्डे से बचने के प्रयास में हादसे का शिकार हो गए। दोनों को आसपास के लोगों ने 108 के न आने पर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर के न होने से 20 मिनट तक घायल अस्पताल में तड़प-तड़प कर मर गया। जबकी दूसरे घायल को परिजनों ने समय रहते निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।

गांधीनगर वार्ड निवासी नारायण विश्वास पुत्र निशिकांत विश्वास दुपहिया वाहन संख्या (यूजेएक्स 3655) से धीमे गति में खटोला गांव तिराहे की ओर आ रहे थे। इस दौरान पीछे से तेज गति से आ रहे बाइक संख्या-यूके 06 एसी 6539 चालक वरुण कुमार मिस्त्री पुत्र किस्तो मिस्त्री निवासी विक्रमनगर, गूलरभोज आगे वाली बाइक के पीछे से टकरा गए। टक्कर लगने के बाद दोनों बाइक सवार सड़क पर गिरकर तड़पने लगे। दोनों के सिर पर गंभीर चोट आई थी। आवाज सुनकर सैनिक बोर्ड के जिलाध्यक्ष पूर्व सूबेदार मेजर खड़क सिंह कार्की घर से निकलकर आए। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना 108 को दी लेकिन वह नहीं पहुंची। दोनों घायलों को तड़पता देख उन्होंने आसपास के लोगों को बुलाकर ई रिक्शा से घायल को स्व. पुलिन कुमार विश्वास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां चिकित्सक न होने के कारण वरुण करीब बीस मिनट तक तड़पता रहा।

कर्मचारियों ने बताया कि 1 अगस्त से चिकित्सा प्रभारी डॉ. जितेंद्र बिष्ट की तैनाती दूरस्थ क्षेत्र में हो गई है। उपचार नहीं मिलने से घायल वरुण ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जबकि दूसरे घायल नारायण विश्वास को परिजन निजी चिकित्सालय ले गए। सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी डीआर वर्मा ने घटना की जानकारी ली। परिजनों ने बताया कि मृतक वार्ड सात में रक्षाबंधन के चलते पत्नी विजेता मिस्त्री व चार बच्चों को ससुराल छोड़ने गया था। उनको छोड़कर घर लौट रहा था। मृतक एमिनिटी कॉलेज में बस चलाता था। घायल नारायण विश्वास पीपलपड़ाव रेंज, गूलरभोज में चाय की दुकान लगाता है व दुकान का सामान लेकर जा रहा था। पुलिस ने मृतक शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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