तीन दिन से बदरीनाथ हाईवे बंद, 400 श्रद्धालु रास्ते में ही फंसे

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श्रीनगर। भारी बारिश से बदरीनाथ हाईवे कई जगहों पर डेंजर जोन में आ गया है। सोमवार को तोता घाटी, सोनला, भनेरपाणी और लामबगड़ में हाईवे दिनभर अवरुद्ध रहा। हाईवे अवरुद्ध होने से जगह-जगह लगभग 400 श्रद्धालु और आम लोग फंसे हुए हैं। भनेरपाणी में चट्टान से छिटके बोल्डर की चपेट में आने से दो बाइक और एक सेना का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत यह रही कि इस दौरान लोग वाहनों को छोड़कर हाईवे किनारे खड़े थे। 

वहीं, बदरीनाथ हाईवे तोता घाटी में भी तीन दिन से अवरुद्ध है। तोता घाटी से करीब 50 मीटर आगे यातायात चालू रखने के लिए बनाया गया रैंप भी ध्वस्त हो गया है। जिसके चलते पीडब्लूडी राष्ट्रीय राजमार्ग खंड को दो-दो मोर्चों पर जूझना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, पहाड़ी काटकर रास्ता बनाने की कोशिश की जा रही है। मंगलवार से यातायात शुरू होने की उम्मीद है। 

चमोली जिले में रुक-रुककर हो रही बारिश से अभी हाईवे के खुलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। भनेरपाणी में रविवार को 42 घंटे बाद वाहनों की आवाजाही शुरु हो गई थी, लेकिन देर शाम को बारिश होने के बाद फिर चट्टान से मलबा आने के कारण हाईवे ठप पड़ गया। 

सोमवार को यहां चट्टान से छिटके बोल्डर दो मोटर साइकिल के ऊपर से गिर गए, जिससे वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यहां खड़े सेना के सूमो वाहन को भी क्षति पहुंची है। जोशीमठ से आने-जाने वाले लोग चट्टानी भाग से दो किलोमीटर का पैदल सफर कर अपने गंतव्य को गए। यहां एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान लोगों को सहारा दे रहे हैं। 

वहीं, सोनला में सुबह दस बजे अचानक चट्टान से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा हाईवे पर अटक गया। जिससे दिनभर वाहनों की आवाजाही बाधित रही। गोपेश्वर से श्रीनगर जा रहे धर्मेंद्र और मुकेश भट्ट का कहना है कि दिनभर हाईवे के खुलने का इंतजार किया, लेकिन शाम तक भी वाहनों की आवाजाही न होने से नंदप्रयाग में ही रुकना पड़ा। 

लामबगड़ में भी रविवार रात को भारी बारिश के दौरान भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर हाईवे पर आने से वाहनों की आवाजाही ठप रही। वहीं, एनएचआईडीसीएल के जीएम संदीप कार्की का कहना है कि चट्टानी भाग से बोल्डर और मलबा गिरने का सिलसिला जारी है, जिससे हाईवे को सुचारु करने में दिक्कतें आ रही हैं। जैसे ही मौसम सामान्य हो जाएगा हाईवे को सुचारू कर दिया जाएगा।

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