मलबे में दबे शवों को निकालने का रेस्क्यू जारी, तीनों घाटियों के कई गांव अलग-थलग पड़े

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पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिले के सीमांत तहसीलो में मंगलवार की रात मौसम शांत रहा। बंगापानी के टांगा गांव में मलबे में दबे शवों को निकालने का कार्य जारी है। डीएम डॉ वीके जोगडंडे और एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी मौके पर मौजूद हैं। जिले में टनकपुर-तवाघाट हाईवे सहित 24 मार्ग बंद है। चीन सीमा को जोड़ने वाले तीन मार्ग पांचवें दिन भी बंद है। मुनस्यारी के धापा गांव में बीच में भूस्खलन से खाई बनने से गांव दो हिस्सों में बंट चुका है। मुनस्यारी के एक दर्जन गांवों के ग्रामीण पैदल मार्ग, पुलिया बहने से गांवों में ही कैद होकर रह गए है। बता दें कि बुधवार को चले रुस्‍क्‍यू अभियान के दौरान पांच शवों को निकाल लिया गया था। 11 लोग अब भी लापता हैं और उन्‍हें ढूढने का काम जारी है।


रविवार की रात मची थी भारी तबाही

पिथौरागढ़ जिले में बंगापानी तहसील के दो गांव गैला और टांगा में रविवार रात बादल फटने से मची तवाही और टांगा में लापता 11 लोगों की खोज के लिए सोमवार से ही रेस्क्यू जारी है। डीएम व एसपी की मौजूदगी में चले रेस्क्यू में मंगलवार को पांच शव बरामद कर लिए गए। जिसमें तीन की शिनाख्त हो गई है। बाकी की तलाश के लिए एनडीआरएफ, आइटीबीपी, एसडीआरएफ समेत पुलिस व राजस्व विभाग के जवान जुटे हुए हैं। इधर, लगातार भू-स्खलन से धारचूला से आठ किमी दूर तो मुनस्यारी से छह किमी आगे से लगा चीन सीमा तक का पूरा क्षेत्र मुख्यालय से कट चुका है। करीब 34 गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह भंग हो चुका है।


गैला में एक परिवार के तीन लोगों की मौत

रविवार रात भारी बारिश के बीच करीब पौने दो बजे जिले की बंगापानी तहसील के गैला और टांगा में बादल फटने की घटना घटी थी। जिसमें गैला गांव में एक ही परिवार के तीन लोग पति-पत्नी और बेटी की मौत हो गई थी, जबकि टांगा गांव में 11 लोगलापता हो गए थे। इन लापता 11 लोगों के मलबे में दबे होने या फिर बहने की आशंका जताई जा रही थी। इसको देखते हुए सोमवार तड़के से ही रेस्क्यू शुरू कर दिया गया जो मंगलवार को भी जारी रहा। डीएम डॉ.वीके जोगदंडे व पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी व विधायक हरीश धामी की मौजूदगी में स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एसडीआरएफ) के 10, पुलिस व राजस्व के 20, नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एनडीआरएफ) के 23, आईटीबीपी के 15 जवान लगातार आपदा प्रभावित गांव गैला और टांगा में जुटे हैं । अपराह्न तीन बजे तक पांच शव मलबे में बरामद हुए, जिसमें से तीन की शिनाख्त हो गई। शिनाख्तों में 70 वर्षीय माधव सिंह, उसका 40 वर्षीय पुत्र गणेश सिंह और 30 वर्षीय पुत्रवधू हीरा देवी शामिल है। बाकी का पता लगाने के लिए रेस्क्यू जारी है।


तीनों घाटियों के कई गांव अलग-थलग पड़े

सोमवार को आपदा के बाद से धारचूला का चैदास, तल्ला दारमा, गस्कू, पांगला, गर्बा, बुंगबुंग, घटियाबगड़, चैदास के 14 गांव तथा चीन सीमा से लगे व्यास घाटी के सात गांव और दारमा के चीन सीमा से लगे 13 गांव मंगलवार को भी अलग-थलग पड़े रहे। मुनस्यारी में धापा बैंड दरकोट से आगे चीन सीमा को जोडने वाली निर्माणाधीन सड़क और पैदल मार्ग बंद है। खुद हिमनगरी मुनस्यारी का जिला मुख्यालय से सम्पर्क भंग है। चम्पावत जिले में मंगलवार सुबह टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे पर चल्थी-कठौल के बीच पहाड़ी दरकने से मलबा आ गया। इससे एनएच आठ घंटे बंद रहा और बमुश्किल 12 बजे खोल दिया गया। सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। बागेश्वर जिले में भूस्खलन तेज हो गया है और मंगलवार अपराह्न तक सात सड़कें आवागमन के लिए बंद हो गई हैं। पेयजल और बिजली सुविधा भी चरमराने लगी हैं।

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