टिहरी, पौड़ी और नैनीताल को लेकर भाजपा भी संशय में

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देहरादून। संवाददाता। भले ही एग्जिट पोल के नतीजों में राज्य की सभी पांचो सीटों पर भाजपा की जीत पक्की बतायी गयी हो लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा खेमे में भी मतगणना का समय नजदीक आने के साथ ही बेचैनी का माहौल है। अपनी-अपनी जीत के लिए उम्मीद लगाये बैठे प्रत्याशी अब मंदिर-मंदिर माथा टेकने में जुटे है।

मतगणना की उल्टी गिनती शुरू होते ही प्रत्याशियों में बेचैनी बढ़ती जा रही है मतगणना शुरू होने में अब महज 14 घंटे का समय ही शेष बचा है। आज जीत का आर्शीवाद लेने की कामना को लेकर भाजपा और कांग्रेस के कई नेता अलगकृअलग मन्दिरों में पूजा अर्चना करते दिखे। इन नेताओं से आज मीडिया कर्मियों ने भी जब बात करने की कोशिश की तो उनका यही जवाब था अब क्या बात करें बस कल का इंतजार कीजिये।

एग्जिट पोल भले ही भाजपा को सभी पांच सीटों पर जीत का भरोसा दिला रहे हो और कल तक इसे लेकर भाजपा नेता भी उत्साहित दिख रहे थे लेकिन अब उनके चेहरों पर भी चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही है। आखिर चुनाव तो चुनाव है जब तक मतगणना पूरी नहीं हो जाती तब तक अनिश्चितता तो रहती ही है। यही कारण है कि अब नैनीताल से भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी अजय भट्ट व हरीश रावत आज भगवान की शरण में जाते दिखे। असल में भाजपा को भी यह अनुमान है कि पौड़ी, नैनीताल और टिहरी जैसी तीन सीटों पर कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकती है।

भले ही एक दो एग्जिट पोल में ही सही कांग्रेस के एक सीट जीतने की संभावना दिखाई गयी है। सबसे कड़ा मुकाबला नैनीताल सीट पर ही माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी टिहरी सीट पर माला राजलक्ष्मी शाह को कड़ी टक्कर देते दिख रहे है। सिटिंंग सांसद राजलक्ष्मी शाह जिनकी पहुंच आम मतदाताओं तक नहीं है वहीं मजबूत जनाधार और जनता के बीच रहने वाले प्रीतम अपनी जीत की उम्मीद लगाये बैठे है। पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खण्डूरी की सीट पर उनके बेटे कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खण्डूरी भी तीरथ सिंह रावत के मुकाबले मजबूत दावेदार है। कांग्रेस को उम्मीद है कि भले ही एग्जिट पोल कुछ भी बता रहे हो लेकिन वह कम से कम दो और अधिक से अधिक तीन सीटें जीत सकती है। कल क्या होगा? अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन बेचैनी दोनों तरफ है क्योंकि कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।

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