पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

0
79


दिल्ली। संसद सत्र का पहला दिन था। शानदार बहुमत से सत्ता में लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका असर साफ झलक रहा था। दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष का अंदाज कुछ जुदा सा रहा। अब मोदी तो मोदी ठहरे। किस समय पर किसके संदर्भ में क्या कहना है, इसमें मोदी का कोई सानी नहीं है। सोमवार को संसद सत्र में जब सांसदों का शपथ ग्रहण चल रहा था तो मोदी ने इशारों इशारों में राहुल गांधी को चिढ़ा दिया।

वाकपटुता के खिलाड़ी पीएम ने कहा, उनके लिए विपक्ष का संख्या बल मायने नहीं रखता, बल्कि उसका एक एक शब्द महत्वपूर्ण है। पीएम द्वारा अपनी चिरपरिचित शैली में कहे गए ये शब्द हार की खीज मिटा रहे राहुल के जख्म पर राजनीति का नमक मल गए।

राहुल गांधी को अपने चुनावी तेवर याद आ गए होंगे

लोकसभा चुनाव का जो परिणाम आया, वैसी कल्पना राहुल गांधी और उनके सहयोगी दलों ने नहीं की थी। चुनाव के चैथे-पांचवें चरण के मतदान के बाद कांग्रेस पार्टी के अधिकांश नेता कहने लगे थे, मोदी जी अब जाने वाले हैं। रणदीप सुरजेवाला कहते, मोदी जी की अब झोला उठाकर जाने की बारी है। सिर्फ 12 दिन शेष बचे हैं। छठे चरण के मतदान के बाद राहुल गांधी अपनी रैलियों में कहते, अब यह तय हो गया है कि केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं बन रही है।

राहुल गांधी अपने आक्रामक अंदाज में जब यह कहते कि हम सब मिलकर मोदी को हराएंगे तो उन्हें तालियां खूब मिलतीं, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा कतई नहीं था कि ये तालियां वोट में नहीं बदलने वाली हैं। न्याय का नारा आने से पहले उन्होंने मोदी के लिए कथित तौर पर ‘चैकीदार चोर है’ का जमकर इस्तेमाल किया। कभी राहुल, मोदी से पांच सवाल पूछने लगते। अगर जवाब नहीं मिलता तो उन्होंने कहा, यह जुमलों की सरकार है।

मेरे सामने बहस में 15 मिनट भी नहीं टिक सकते पीएम

राहुल गांधी ने कई बार अपनी प्रेसवार्ता में कहा, वे मोदी से बहस करना चाहते हैं। क्या मोदी इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर मोदी को 15 मिनट बहस करने की चुनौती दे डाली। इससे पहले वे कह चुके थे कि मैं संसद में बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा। उन्होंने मोदी के लिए तानाशाह जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। राफेल को लेकर राहुल गांधी कई महीने तक मोदी पर हमलावर रहे। चुनाव के बाद पीएम मोदी जब भाजपा मुख्यालय पहुंचे तो उसी वक्त राहुल गांधी ने कहा, मोदी प्रेसवार्ता कर रहे हैं, ये तो अच्छी बात है। चलो, वे मेरे इन सवालों का जवाब दे दें।

राहुल को अपनी वो झप्पी और आंख मारना, सब याद आ रहा होगा

संसद सत्र के पहले दिन राहुल गांधी जब शपथ लेने के लिए तय स्थान पर आए तो उनके पीछे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बैठे थे। उस वक्त वे लगातार मुस्कुरा रहे थे। मोदी ने अपने भाषण में जो कुछ कहा, वह राहुल गांधी को चिढ़ाने के लिए काफी था। मोदी बोले, इस सत्र के साथ नई आशाएं तथा सपने जुड़े हैं। कई दशकों के बाद किसी सरकार ने दूसरे कार्यकाल के लिए स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। मैं सभी पार्टियों से अनुरोध करता हूं कि उन निर्णयों का समर्थन करें, जो जनहित में हों। मोदी ने यह कह कर कि भारतीय लोकतंत्र की विशेषताएं और उसकी ताकत क्या है, एक तरीके से राहुल गांधी को उनके चुनाव प्रचार और पार्टी के एजेंडे की याद दिला दी।

मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में राहुल गांधी ने सदन में अपनी सीट से उठकर जब मोदी को गले लगाया और उसके बाद आंख से अपने साथियों को कुछ इशारा किया तो वह दृश्य सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ। आज वही मोदी भारी जीत दर्ज कराने के बाद सदन में जब यह कहते हैं कि विपक्ष का संख्या बल कोई मायने नहीं रखता तो राहुल गांधी को कैसा लगा होगा। ये आने वाला समय ही बताएगा।

LEAVE A REPLY