भाजपा में शामिल हुए टीडीपी के 60 नेता, नड्डा ने अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस को घेरा

0
78


हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के लगभग 60 मुख्य नेता और उनके हजारों समर्थक रविवार को भाजपा में शामिल हो गए। सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। नड्डा ने कहा कि संगठन की चुनाव प्रक्रिया सितंबर से शुरू हो जाएगी। 31 दिंसबर से पहले भाजपा को अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा।

टीडीपी को छोड़कर जून में भाजपा में शामिल हुए लंका दिनकर ने कहा कि हमारी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना ईकाई के लिए यह अच्छा संकेत है। हजारों कार्यकर्ता आज भाजपा में शामिल हुए हैं। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के कई बड़े नाम भी शामिल हैं। कुछ राज्य और जिलास्तर के भी बड़े नेता हैं। सरकार के तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के बाद बहुत से नेता हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं।

सितंबर से शुरू होंगे चुनाव
जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं से भाजपा के संगठन के चुनाव को लेकर कहा कि सितंबर में देशभर के आठ लाख बूथ पर चुनाव कराए जाएंगे। इसके बाद अक्तूबर में मंडल स्तर पर प्रतिनिधियों का चुनाव होगा। जिलास्तर के चुनाव नवंबर में होंगे। सभी राज्यों में संगठन के चुनाव की प्रक्रिया 15 दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। इसके बाद 31 दिसंबर से पहले भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा।

अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस को घेरा
जेपी नड्डा ने अनुच्छेद-370 को हटाने के फैसले का समर्थन नहीं करने पर कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा वोटबैंक की राजनीति में शामिल रही है जबकि वह जानती थी कि यह अनुच्छेद राष्ट्रहित में नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मोदी जी ने एक राष्ट्र, एक विधान और एक निशान को महसूस किया लेकिन कांग्रेस इसका विरोध क्यों कर रही है, जबकि वह कहती है कि अनुच्छेद-370 अस्थायी है।’

हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि अगर अनुच्छेद-370 अच्छा था तो इसे स्थायी क्यों नहीं बनाया? आपके पास एक समय 400 से अधिक सांसद थे। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि बंटवारे के बाद जो लोग पाकिस्तान से हैदराबाद आए वे नेता बन गए, लेकिन जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को अपना घर बनाया वे पार्षद भी नहीं बन सकते। अब अनुच्छेद-370 खत्म करने से अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए सीटें होंगी।

LEAVE A REPLY