ऋषिकेश के नशा मुक्ति केंद्र में दुष्‍कर्म का मामला, संचालिका ने आठ युवतियों को हरिद्वार सेंटर में किया शिफ्ट

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ऋषिकेश : हेवन्स फार ऐंजल नशा मुक्ति केंद्र आवास विकास कालोनी ऋषिकेश में महिला कर्मी के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद केंद्र संचालिका ने यहां रह रही आठ युवतियों को खन्ना नगर रानीपुर हरिद्वार स्थित केंद्र में शिफ्ट कर दिया है।

31 जुलाई को मकान मालिक के साथ अनुबंध समाप्त हो गया

पुलिस को कारण यही बताया गया है कि 31 जुलाई को मकान मालिक के साथ अनुबंध समाप्त हो गया था। कोतवाली पुलिस ने केंद्र संचालिका दिल्ली निवासी रितिका तंवर को जांच के लिए तलब किया है।

जांच में पता चला है कि आरोपित हन्नी शर्मा रुड़की में नशा मुक्ति केंद्र चलाता है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संबंधित मामले में जिलाधिकारी देहरादून और हरिद्वार को समिति गठित कर जांच करने के लिए कहा है।

रुड़की निवासी एक युवती को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए उसी के परिचित ने ऋषिकेश स्थित नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल कराया। नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारी व संचालिका के सहयोगी इस युवक ने बाद में उसे केंद्र में ही सहयोगी के रूप में काम दिलवा दिया।

इस कर्मचारी ने युवती के साथ केंद्र के भीतर दुष्कर्म किया। पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने रुड़की निवासी एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया था। इस मामले में नशा मुक्ति केंद्र का रिकार्ड और सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में लिए गए थे। आज युवती के न्यायालय में बयान दर्ज कराए जाएंगे।

 कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर दुष्कर्म किया

कोतवाली पुलिस के मुताबिक रुड़की निवासी एक युवती ने अपने ही परिचित हन्नी शर्मा निवासी रामनगर, रुड़की, जिला हरिद्वार के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। युवती का आरोप है रुड़की में इसकी हन्नी शर्मा से मुलाकात हुई। हन्नी शर्मा ऋषिकेश के आवास विकास कालोनी में संचालित होने वाले नशा मुक्ति केंद्र में काम करता है, वह केंद्र संचालिका का सहयोगी भी बताया जाता है।

हेवन्स फार ऐंजल नशा मुक्ति केंद्र दिल्ली निवासी एक अन्य महिला संचालित करती है। युवती के मुताबिक हन्नी शर्मा ने उसे इस नशा मुक्ति केंद्र में उपचार के लिए सितंबर 2021 में दाखिल कराया। आरोप है कि दो माह पूर्व हन्नी शर्मा ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर नशा मुक्ति केंद्र के एक कमरे में उसके साथ दुष्कर्म किया।

होश में आने पर अश्लील फोटो, वीडियो होने की बात बता कर मुंह बंद रखने की धमकी भी दी। इतना ही नहीं उसके साथ केंद्र के समीप गाड़ी के भीतर भी दुष्कर्म किया गया। जिसके बाद वह इस केंद्र को छोड़कर वापस अपने घर चली गई थी।

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मामले का संज्ञान लेते हुए डीआइजी पी रेणुका देवी से मामले की गहन जांच करने के निर्देश दिए थे। सोमवार को उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण करना था।

जानकारी लेने पर पता चला कि बीते सोमवार को संचालिका ने यह केंद्र खाली कर दिया है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी ने महिला आयोग अध्यक्ष को बताया कि मकान मालिक के साथ 31 जुलाई तक का अनुबंध था। जिस पर रविवार की शाम संचालिका ने यह भवन खाली कर दिया।

संचालिका रितिका तंवर का खन्ना नगर रानीपुर मोड़ हरिद्वार में भी एक और नशा मुक्ति केंद्र है। यहां रह रही आठ युवतियों को वहां शिफ्ट कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित हन्नी शर्मा रुड़की में एक अन्य नशा मुक्ति केंद्र संचालित करता है।

महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने बताया कि जिलाधिकारी हरिद्वार और देहरादून को पत्र लिखकर इस मामले की जांच के लिए समिति गठित करने को कहा गया है। यह भी जांच करने को कहा गया है कि नशा मुक्ति केंद्र में निर्धारित गाइडलाइन का पालन हो रहा था या नहीं।

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