उत्तराखंडः रोडवेज ने दिल्ली जाने वाली 300 बसों का रोका संचालन

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देहरादून। कोरोना के मद्देनजर उत्तराखंड रोडवेज ने दिल्ली मार्ग पर चल रहीं 300 बसों का संचालन बंद कर दिया है। दिल्ली सरकार ने रोडवेज मुख्यालय को पत्र भेजकर दिल्ली आ रहीं बसों में पचास फीसद कटौती की मांग की थी। प्रदेश के सभी डिपो से दिल्ली मार्ग पर रोजाना करीब 600 बसें संचालित होती हैं। इसके अलावा पंजाब के लिए सभी बसों का संचालन रोक दिया गया है। वहीं, सूबे में नेपाल सीमा रूपड़िया व टनकपुर डिपो से संचालित होने वाली सभी बसों को भी तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है।

सार्वजनिक वाहनों में कोरोना का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को अपने संदेश में इस बात का जिक्र किया है। इससे पहले पंजाब ने अपने यहां आने-जाने वाली सभी बसों पर रोक लगाने के आदेश दे दिए थे। इसके बाद दिल्ली ने भी सभी राज्यों को पत्र भेज राज्यों से दिल्ली आ रही बसों में कटौती के लिए कहा था। वैसे भी कोरोना को देखकर बसों में यात्रियों की संख्या बेहद कम चल रही। ऐसे में उत्तराखंड रोडवेज ने दिल्ली रूट पर 300 बसों का संचालन रोक दिया।

रोडवेज प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चैहान ने बताया कि दिल्ली ने 25 फीसद बसों का संचालन कम करने का पत्र भेजा था, लेकिन इन दिनों यात्रियों की संख्या में बेहद गिरावट है। चार-चार बसों के यात्री मिलाकर एक बस पूरी हो पा रही। ऐसे में बसों में और ज्यादा कटौती की गई है। इस दौरान जो बसें पंजाब के लिए जा चुकी थीं उन्हें बार्डर से लौटने को कहा गया है। जो बसें नेपाल बार्डर से उत्तराखंड होकर दूसरे राज्यों में जा रहीं थीं, उन्हें भी तत्काल रोक दिया गया है।

और राज्यों के लिए भी थम सकता है बस संचालन

पंजाब में पूर्णतया संचालन बंद करने व दिल्ली रूट पर आधी बसों को भेजे जाने के बाद अन्य राज्यों के लिए भी बस संचालन थम सकता है। रोडवेज सूत्रों की मानें तो हिमाचल प्रदेश ने स्पष्ट कर दिया है कि जो बसें अंतरराष्ट्रीय सीमा से संचालित हो रहीं, वे उनके यहां न भेजी जाएं। इसी कारण से उत्तराखंड ने रूपडिया-शिमला व टनकपुर से संचालित होने वाली बसों का संचालन रोक दिया है। भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा के तहत दून व हरिद्वार से नेपाल जाने वाली बसें पहले ही बंद की जा चुकी हैं। अंदेशा है कि राजस्थान व हरियाणा के लिए अभी चल रहीं बसों का संचालन भी एक या दो दिन में बंद किया जा सकता है।

चार बसों की सवारी एक बस में

कोरोना के चलते रोडवेज बसों में सवारी ही नहीं जुट रहीं। लंबी दूरी के सभी मार्र्गों पर कमोबेश यही स्थिति है। गुरुवार सुबह से शाम तक स्थिति ये रही कि एक बस भी 25 फीसद से ज्यादा नहीं भर सकी। घाटे से बचने के लिए रोडवेज प्रबंधन ने खाली बसें नहीं भेजीं।

चार बसों की सवारी मिला एक बस पूरी भर पाई, तब बस को रवाना किया गया। वाल्वो बसों में सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा। ऑनलाइन टिकट बुकिंग के बावजूद यात्री नहीं आ रहे और बसें खाली खड़ी हैं। इनमें भी दो से तीन बसों की सवारी एकत्र होने पर एक बस को रवाना किया गया।

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