पुलिस ने पांच नशा तस्कर 30 लाख की स्मैक के साथ दबोचे

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देहरादून : एक बड़ी कार्यवाही में पुलिस ने दून में पढ़ने वाले छात्रों को नशे की गर्त में डुबोकर लाखों की रकम बटोरने वाले अंतरराज्यीय कोबरा गैंग के पांच सक्रिय सदस्यों को तीस लाख रुपये की स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। नशा तस्करों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे अपने कुछ ग्राहकों को स्मैक सप्लाई कर कार से प्रेमनगर की ओर आ रहे थे।

गिरफ्तार नशा तस्करों के पास से स्मैक सप्लाई कर कमाए गए एक लाख बीस हजार रुपये नकद व तमंचा बरामद हुआ है। आरोपितों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। तस्करों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल ने पांच हजार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ढाई हजार रुपये के ईनाम की घोषणा की है।

कोबरा गैंग की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने बताया कि पिछले कुछ समय से जानकारी मिल रही थी कि दून में कई शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को नशे का शिकार बनाये जाने में कोबरा गैंग सक्रिय है। गैंग का सुराग लगाने और गिरफ्तारी के लिए एसओजी, थाना प्रेमनगर व थाना बसंतविहार पुलिस को शामिल करते हुए टीम का गठन किया गया।

जांच के दौरान पता चला कि इस गैंग के सदस्य विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में नशे का अवैध कारोबार फैला रहे हैं और बाहरी जनपदों से आये छात्रों को टारगेट कर नशे का आदी बनाकर उनके माध्यम से अन्य टारगेट तलाश किए जा रहे है। गैंग सोशल मीडिया पर भी नशे का कारोबार फैला रहा है।

गिरोह के सदस्यों की तलाश के दौरान सोमवार को सूचना मिली कि स्मैक की तस्करी करने वाले अन्तरराजीय गिरोह के कुछ सदस्य आज दून पहुंच कर सेलाकुई में स्मैक सप्लाई करने के बाद प्रेमनगर की ओर आ रहे हैं। सूचना मिलने पर झाझरा चौकी के पास चेकिंग शुरू की गई। चेकिंग के दौरान धूलकोट की तरफ से एक कार आती हुई दिखाई दी।

पुलिस ने कार को रुकने का इशारा किया तो चालक ने कार को बैक कर भागने का प्रयास किया। संदेह होने पर टीम ने पीछा कर कार को घेरकर रुकवा लिया। कार में पांच लोग सवार थे। पांचों की तलाशी लेने पर उनके पास से 280 ग्राम स्मैक, 1 लाख 20 हजार रुपये नकद व तमंचा बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम शेरदिल खान निवासी मावपुर माफी इस्लाम नगर थाना फतेहगंज बरेली, अजीत निवासी रायुपर रोड सर्वे चौक देहरादून, पुष्पेन्द्र निवासी करनपुर देहरादून, शाहिद निवासी ग्राम इस्लाम पुर बरेली व रजत जैसवाल निवासी करनपुर थाना डालनवाला बताया।

गिरफ्तार आरोपित अजीत, रजत व पुष्पेन्द्र ने बताया कि नशे के कारोबार से मोटी रकम कमाने के लालच में वह लोग बरेली निवासी शेरदिल खान व शाहिद से स्मैक प्राप्त कर दून के विभिन्न कालेज के छात्रों व सेलाकुई स्थित औद्योगिक क्षेत्र के श्रमिकों को सप्लाई करते हैं। उनसे बरामद 1 लाख 20 हजार रुपये सेलाकुई में विभिन्न ग्राहकों को स्मैक बेचकर मिली थी। पुलिस कप्तान ने बताया कि अन्तरराज्यीय गैंग के सदस्यों से विस्तृत एवं गहन पूछताछ से उनके अपराध के तरीके, नेटवर्क के अन्य स्दस्यों, आर्थिक लाभ प्राप्ति आदि के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है।

पुलिस कप्तान निवेदिता कुकरेती ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर सोशल मीडिया वाट्सअप व फेसबुक के जरिए अपने ग्राहकों से स्मैक की बुकिंग प्राप्त करते हैं। इसके बाद माल को बुकिंग के अनुसार पैकेट बनाकर अलग-अलग टीमें तैयार कर ग्राहकों को सप्लाई किया जाता है। सबसे पहले अजीत व पुष्पेन्द्र माल को बाटंने का रूट तय करते हैं। फिर इनका अपना कोई एजेंट स्कूटी से पूरे रोड की रेकी करता है और रूट क्लीयर करने के बाद दूसरा शख्स माल की डिलीवरी करता है। इस दौरान कोई भी किसी से मोबाइल पर बात नहीं करता है। केवल अजीत ही ग्राहक से सम्पर्क कर उन्हें माल सप्लाई करता है।

पुलिस के हत्थे चढ़ा शेरदिल खान

पुलिस के हत्थे चढ़े शेरदिल खान को नशा तस्करी के कारोबार में मामू नाम से भी जानते हैं। गिरोह व ग्राहकों के बीच वह मामू के नाम से ही पहचना जाता है। मीडिया के सामने मामू ने बताया कि केवल वह ही मामू नहीं है। दून के प्रेमनगर क्षेत्र में उस जैसे न जाने कितने मामू घूम रहे हैं। यह सारे मामू युवाओं व छात्रों को नशे की सप्लाई कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। मामू के इस बयान के बाद अब पुलिस दून के मामूओं को तलाशने का काम शुरू करेगी। पुलिस कप्तान निवेदिता कुकरेती ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा। हर नशा तस्कर को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाएगा। 

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