लूट के मामले में गुस्साए किन्नर कोतवाली से धरने पर बैठे

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किच्छा । किन्नर समाज के मुखिया से लूट के मामले ने तूल पकड़ लिया। गुस्साए किन्नरों ने पुलिस पर उनके साथ अभद्रता का आरोप लगा धरना शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस पर बदमाशों को शह देने का आरोप लगाया। धनतेरस पर किन्नर समाज के मुखिया जमील से बाइक सवार युवक बैग छीनकर ले गए थे। उसमें पांच लाख नकद व 15 तोला सोने के जेवर थे। पुलिस ने पहले तो घटना से इंकार कर किन्नरों को कोतवाली से भगा दिया। उसके बाद जब उनके द्वारा दिए गए बाइक नंबर पर पुलिस ने काम किया तो कुछ सुराग हाथ लगे। पुलिस उनको पैसा ज्यादा लिखवाने पर धमकाने लगी। जिस पर किन्नर समाज ने कोतवाली में धरने के एलान किया था।

सोमवार दोपहर किन्नर समाज कोतवाली पहुचा तो कोतवाल चंद्रमोहन सिंह ने भूरा किन्नर को अलग ले जाकर कहा तुमने पैसा अधिक लिखवाया है। बैग में मात्र 40 हजार थे। इस पर गुस्साए किन्नर कोतवाली में धरने पर बैठ गए। कोतवाल चंद्रमोहन सिंह ने उनको समझने का प्रयास भी किया पर वह नहीं माने। उनका आरोप है कि पुलिस पहले तो घटना ही मानने को तैयार नहीं थी और अब पुलिस का कहना है कि उनके द्वारा पैसा ज्यादा लिखवाया गया है। कहा, पुलिस चोरों की भाषा बोल रही है। ऐसे में उनको न्याय की उम्मीद किच्छा पुलिस से नहीं है। धरना देने वालो में किन्नर समाज के मुखिया जमीला उस्ताद, भूरा, बिजली, छोटी, कृष्णा, लवली, बुलबुल, नगीना, लाली, जोया परवीन आदि मौजूद थे।

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